15 फरवरी तक खुलेगा महाकाल पथ:पीएम मोदी आ सकते हैं, 250 करोड़ के कार्यों का शुभारम्भ करने के लिए सीएम शिवराज पीएम मोदी को न्योता भेजेंगे
उज्जैन:-
- 600 गाड़ियों की पार्किंग, महाकाल पथ, विजिटर्स फेसिलिटी सेंटर 2 शुरू होगा
- 2.5 से बढ़कर 22 हेक्टेयर का होगा महाकाल मंदिर परिसर
महाकाल मंदिर प्रोजेक्ट के लिए 500 करोड़ से अधिक के चल रहे विस्तारीकरण के कार्यो में से 250 करोड़ के कार्यों का शुभारंभ 15 फरवरी तक करने की डेडलाइन उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने तय कर दी है। जिसमें खास तौर पर 450 और 600 वाहनों की पार्किंग, महाकाल पथ, विजिटर्स फेसिलिटी सेंटर 2 की शुरुआत हो जाएगी।
इसके शुभांरभ के लिए फरवरी में पीएम मोदी आ सकते हैं, इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। रूद्र सागर में बन रहे कॉरिडोर, मंदिर के निकट बन रहे फेसिलिटी सेंटर एवं परिक्षेत्र के सौंदर्यीकरण के सभी कार्य 15 फरवरी के पूर्व पूरे कर लिए जाएंगे। साथ ही रूद्र सागर से जलकुंभी हटा दी जाएगी। इसमें शुद्ध पानी भरा जाएगा।
इसके पहले ये सुनिश्चित किया जाएगा कि सीवरेज का एक बूंद भी रूद्र सागर में न मिल पाए। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि हाल ही में अतिक्रमण हटा कर खाली कराई गई हरिफाटक के पास की बेशकीमती जमीन के पास 600 गाड़ियों की पार्किंग स्थल बनकर तैयार होगा। इसके साथ ही इसमें सीएसपी ऑफिस, नगर निगम का ऑफिस और अन्य कार्यालय भी होंगे।
कलेक्टर आशीषसिंह ने बताया कि विस्तारीकरण के बाद मंदिर परिक्षेत्र 2.5 हेक्टेयर से बढ़ाकर 22 हेक्टेयर का हो जागा। महाकाल मंदिर अपने आप में देश के भव्य मंदिरों में से एक होगा। काम को 15 फरवरी तक पूरा हर हाल में करना है। इसके लिए दो-तीन शिफ्टों में काम कराएंगे। बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ एसएस रावत, एसडीएम संजीव साहू, महाकाल मन्दिर प्रशासक गणेश धाकड़ भी मौजूद थे।
ये सभी होगा -
- 15 फरवरी के पूर्व मृदा योजना के फर्स्ट फेज के सभी कार्य पूरे किए जाएंगे।
- रूद्र सागर की सफाई एवं जलकुंभी हटा दी जाएगी। साफ जल भरा जाएगा।
- रूद्र सागर के प्रवेश द्वार से लेकर कॉरिडोर होकर फेसिलिटी सेंटर तक पहुंचने के बीच श्रद्धालुओं के लिये टॉयलेट, पीने के पानी की व्यवस्था एवं सीटिंग अरेंजमेंट किया जाएगा।
- श्री महाकाल मंदिर परिसर विस्तार परियोजना के विभिन्न घटकों के नामकरण के लिए विद्वानें से सम्पर्क कर महाकाल वन प्रोजेक्ट के अनुकूल सभी स्थानों का नामकरण करने व व्यवस्थित साईनेज लगाए जाएंगे।
- नए प्रवचन हॉल के लिए दो हजार की क्षमता के प्रवचन हॉल का एस्टीमेट बनाकर दानदाताओं से दान लिया जाएगा।
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