शहर में मानसून की रिमझिम बारिश जारी
शहर में मानसून की रिमझिम बारिश जारी
उज्जैन :- दो दिनों से शहर में मानसून की रिमझिम बारिश जारी है। पिछले 18 घंटे में 3 इंच के लगभग बारिश दर्ज की जा चुकी है। कल सोमवार को भी मानसून की सक्रियता बनी रहेगी।
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के बाद शहर में मानसून सक्रिय दिखाई दे रहा है। 23 जुलाई की सुबह से शुरू हुई बारिश रूक-रूककर होती रही। शनिवार 24 जुलाई को बारिश का क्रम थमा था। लेकिन शाम होने से पहले फिर बारिश की शुरुआत हो गई। बीती शाम 6 बजे से लेकर आज दोपहर 12 बजे तक 3 इंच बारिश हो चुकी थी। दिन-रात के तापमान में 5 डिग्री का अंतर रह गया है। वहीं हवा आज सुबह 6 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही थी। जीवाजी राव वेधशाला के मौसम पर्यवेक्षक दीपक गुप्ता के अनुसार 1 जून से 25 जुलाई की सुबह तक 13 इंच से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है। औसतन बारिश का आंकड़ा 36 इंच है। जिस तरह से मानसून की सक्रियता दिखाई दे रही है उससे प्रतीत हो रहा है कि झमाझम का दौर शुरू होते ही औसतन आंकड़ा भी पूरा हो जाएगा। शहर के साथ ही इंदौर-देवास में भी बारिश जारी है। जिसका असर शिप्रा में आए उफान के रूप में दिखाई दे रहा है। जहां शिप्रा का जल स्तर बढ़ रहा है वहीं शहर के सबसे बड़े जलप्रदाय स्त्रोत गंभीर डेम में भी पानी की आवक शुरू हो चुकी है। आज दोपहर तक डेम में 25 दिन का पानी एकत्रित हो चुका था। डेम की क्षमता 2250 एमसीएफटी है। दो दिनों से हो रही बारिश के चलते कैचमेंट एरिया से पानी डेम की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। आज सुबह डेम में पानी की आवक कुछ तेज देखी गई है। बारिश नहीं होने और डेम सूखने की वजह से शहर में दो दिन छोड़कर जलप्रदाय किया जा रहा है। लेकिन मौसम सक्रिय होने से अब जलप्रदाय का संकट भी दूर होने की संभावना प्रतीत हो रही है। दो दिनों से लगातार बारिश के बीच निचली बस्तियों में पानी भरना शुरू हो गया है। शहर के कई मार्ग भी जलमग्न दिखाई दे रहे हैं। गदापुलिया, हनुमान नाका, ढाबारोड, लाल मस्जिद चौराहा पर भी पानी सड़कों पर एकत्रित होना शुरू हो गया है। जिसके चलते इन मार्गों से वाहन निकालना मुश्किल दिखाई दे रहा है। शहर में जहां रिमझिम बारिश जारी है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तेज वर्षा की वजह से अब शहर की ओर आने वाले मार्ग बंद होना शुरू हो गए हैं। आज सुबह तराना-कानीपुरा मार्ग से गुजरने वाली नदी का जलस्तर बढऩे की वजह से मार्ग बंद कर दिया गया था जिससे बसों का आवागमन भी रूक गया है। शिप्रा नदी के घाटों के आसपास भी बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए हैं। वहीं घटना-दुर्घटनाओं से निपटने के लिए होमगार्ड की एसडीआरएफ टीम तैनात कर दी गई है।
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