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बनारस की तरह नजर आएगा महाकाल मंदिर क्षेत्र, ऐसी होगी व्यवस्था

उज्जैन :- बनारस की तरह ही महाकाल मंदिर क्षेत्र का विकास किया जा रहा है। महाकाल मंदिर के सामने 11 मकानों के अधिग्रहण की सरकारी कार्रवाई पूरी हो गई है। इन मकानों के अधिग्रहण के लिए 12.46 करोड़ रुपए का अवार्ड पारित किया गया है। इन मकानों के अधिग्रहण से महाकाल मंदिर के सामने करीब 1274 वर्ग मीटर जमीन मिलेगी। अगले दिनों में इन मकानों को तोड़े जाने की कार्रवाई की जाएगी। महाकाल मंदिर विस्तारिकरण योजना के तहत मंदिर के सामने 11 मकानों के अधिग्रहण की कार्रवाई पिछले दिनों शुरू की गई थी। इसमें संपत्ति स्वामियों को धारा 21 के तहत नोटिस देकर दावे-आपत्ति बुलवाए गए थे। एसडीएम कोर्ट में माध्यम से इन आपत्तियों का निराकरण किया गया और इसके बाद भू-अर्जन की कार्रवाई की गई।

एसडीएम संजीव साहू ने बताया कि मंदिर के सामने कुल 11 मकानों का अधिग्रहण किया जाकर 12.46 करोड़ रुपए का अवार्ड पारित किया गया है। इसमें एक करोड़ 37 लाख रुपये मकानों का एवं 11 करोड़ 9 लाख रुपये जमीन के लिए बतौर मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे की यह राशि मकान मालिकों के खाते में सीधे जमा होगी। अगले दिनों में इन मकानों को तोडऩे की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद महाकाल क्षेत्र विस्तारीकरण के लिये 1274 वर्गमीटर जमीन उपलब्ध होगी।
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बता दें 11 मकानों के अधिग्रहण के बाद अब मंदिर के सामने 70 मीटर चौड़ीकरण के लिए भी मकानों का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए जल्द दावे-आपत्ति बुलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

मंदिर के सामने मिलेगी और खुली जगह

11 मकानों के अधिग्रहण होने से अब मंदिर के सामने और खुली जगह मिल जाएगी। वर्तमान में मंदिर के फ्रंट के चौड़ीकरण होने से सामने की ओर जगह ही नहीं बची थी। ऐसे में अब 1274 वर्ग मीटर जमीन मिलने से अतिरिक्त जगह उपलब्ध होगी। फ्रंट चौड़ीकरण के तहत मंदिर के सामने बगीचा बनाया जाएगा वहीं इस अतिरिक्त जमीन को खुला रखा जाएगा। यहां से बाबा की पालकी सहित पर्व विशेषों पर भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा। वहीं आम दिनों में मंदिर के बाहर से आसानी से दर्शन किए जा सकेंगे।

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