गणेश उत्सव के दौरान श्मशान घाट स्थित 10 भुजाधारी गणेश मंदिर में किया गया लड्डू व नारियल से आकर्षक श्रृंगार
उज्जैन :- गणेश उत्सव के दौरान श्मशान घाट स्थित 10 भुजाधारी गणेश मंदिर में किया गया लड्डू व नारियल से आकर्षक श्रृंगार शहर का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां भगवान गणेश की दुर्लभ प्रतिमा देखने को मिलती है। यह गणेश मंदिर शमशान चक्रतीर्थ पर है तथा मंदिर में भगवान गणेश के दस हाथ होने से इनका नाम दसभुजानाथ है। साथ ही गणेशजी की पुत्री माता संतोषी उनकी गोद में बैठी हुई हैं। मान्यता है कि यहां पांच बुधवार लगातार आने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं। इसलिए प्रति बुधवार यहां भक्तों की भीड़ रहती है।
बांधते हैं मन्नतों का धागा
सेवक बलवंत भदौरिया ने बताया कि यहां आने वाले भक्त अपनी मनाकामनाओं की पूर्णता के लिए बाबा के दरबार में मन्नतों का धागा भी बांधते हैं। साथ ही बुधवार को विशेष शृंगार और प्रसादी वितरण की जाती है।
स्कंध पुराण में है उल्लेख
इसका उल्लेख स्कंधपुराण के अवंतिका खंड में भी मिलता है। पुजारी हेमंत इंगले, पं. हिमांशु ने बताया कि यदि यहां कोई भक्त लगातार पांच बुधवार आता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। यह कार्य कई लोगों ने किया भी है और उनकी हर इच्छा भगवान गणेशजी ने पूरी की है। मंदिर में विराजमान प्रतिमा की एक और विशेषता यह है कि इनकी गोद में संतोषी माता बैठी दिखाई देती हैं। माता संतोषी भगवान गणेश की पुत्री हैं। इस प्रकार यह गणेश मंदिर अपने आपमें अनूठा है।
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